
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार यमुना के पानी को दूषित कर रही है, जिससे दिल्ली के नागरिकों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इस बयान के बाद राजनीतिक विवाद तेज हो गया। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी और हरियाणा के लोगों से सीधे संवाद किया।
एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जिस हरियाणा ने हमें आगे बढ़ना सिखाया, उसी पर पानी को जहरीला करने का आरोप लगाया जा रहा है। उन्होंने सवाल किया कि क्या हरियाणा के लोग इसे स्वीकार करेंगे? पीएम मोदी के इस बयान के बाद आम आदमी पार्टी के लिए नई चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं, क्योंकि हरियाणा में हालिया चुनावों में पार्टी ने कुछ सीटों पर प्रभाव डाला था। अब भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाकर अरविंद केजरीवाल को हरियाणा विरोधी साबित करने में जुटी है, जिसका असर आगामी दिल्ली चुनावों पर भी पड़ सकता है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल का जन्म हरियाणा में हुआ था और वहीं वे पले-बढ़े हैं, लेकिन अब वे उसी राज्य पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि हरियाणा के लोग इसे स्वीकार नहीं करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि पानी को दूषित करने के आरोप सिर्फ हरियाणा ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के मूल्यों और संस्कृति का अपमान हैं। उन्होंने कहा कि भारत में पानी को धर्म का प्रतीक माना जाता है और किसी भी राज्य पर इस तरह के आरोप लगाना उचित नहीं है। इस विवाद के बीच दोनों पक्षों के बीच राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है और आगामी चुनावों में इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है।