
अमेरिका से निकाले जाने के बाद रविवार को अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचा कलानौर का युवक अपने घर पहुंच गया। लवप्रीत सिंह ने भरे मन से कहा कि वह 50 लाख रुपये निवेश कर विदेश गया था, लेकिन उसे नहीं पता था कि अमेरिका उसे डिपोर्ट कर देगा और वापस अपने घर लौटना पड़ेगा. लेकिन वहां के हालात के बारे में बताते हुए लवप्रीत सिंह ने कहा कि डोंकी का रास्ता बहुत खराब है और रास्ते में कई लोगों की मौत हो चुकी है.
बता दें कि अमेरिका की ख़्वाहिश रखने वाले युवा लगातार डोंकी के जरिए विदेश जा रहे हैं, लेकिन जब से डोनाल्ड ट्रंप की सरकार बनी है, तब से वह सख्ती दिखा रहे हैं और गलत तरीके से अमेरिका पहुंचे युवाओं को वापस का रास्ता दिखा रहे हैं. उधर, रविवार देर रात अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंची फ्लाइट में गुरदासपुर जिले के 11 युवक थे। इनमें से एक लवप्रीत सिंह है.
लवप्रीत सिंह की मां ने भरे मन से बताया कि उन्होंने अपनी जमीन और गहने बेचकर बड़ी मुश्किल से अपने बच्चे को बाहर भेजा है. और उसके पिता ड्राइवरी का काम करते हैं और उन्होंने सब कुछ बेचकर उसे बाहर भेज दिया था लेकिन उसे नहीं पता था कि सरकार उसे वापस भेज देगी।
उन्होंने सरकार से मांग की है कि एजेंट के खिलाफ करवाई की जाए और उनके पैसे जो करीब 50 लाख रुपये है, उन्हें वापस किया जाए. लवप्रीत सिंह ने कहा कि डोंकी का सफर बहुत कठिन है. रास्ते में डोंकर हमें बहुत मारता-पीटता था। हम सांपों के बीच सोते थे, जो बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं था।’ इतना ही नहीं हमें बाथरूम तक जाने की इजाजत नहीं थी.